SHADI KI DUA IN HINDI जल्दी शादी होने की दुआ हिंदी में

SHADI KI DUA IN HINDI जल्दी शादी होने की दुआ हिंदी में
SHADI KI DUA IN HINDI जल्दी शादी होने की दुआ हिंदी में

SHADI KI DUA IN HINDI जल्दी शादी होने की दुआ हिंदी में Shadi hone ki dua In Islam Shadi ka wazifa Surah Ikhlas jaldi shadi ki dua in quran

समाज में शादी विवाह का एक रिवाज है इस रिवाज को लगभग हर इंसान पूरा करता है लेकिन इस्लाम में शादी विवाह के लिए भी दुआ है और शादी के पहली रात से लेकर दुल्हा दुल्हन को क्या दुआ पढ़ना चाहिए इन सब के बारें में आज जानकारी देने का किस कोशिश कर रहे है

SHADI KI DUA IN HINDI जल्दी शादी होने की दुआ हिंदी में
SHADI KI DUA IN HINDI जल्दी शादी होने की दुआ हिंदी में

SHADI KI DUA IN HINDI

जल्दी शादी होने की दुआ हिंदी में – SHADI KI DUA IN HINDI –

शादी के बाद दूल्हा और दुल्हन के लिए दुआ

बा-र-कल्लाहू अले-क-व्-ज-म-अ बे-न-कुमा- फी खैर, तर्जुमा: अल्लाह तुझ पर बरकत नाजिल फरमाए और तुम दोनों के दमियान भलाई व् मेल पैदा करें

शादी की पहली रात की दुआ इन हिंदी (शादी की दुआ) – शादी की पहली रात दुल्हन से पहली मुलाकात में बीबी के माथे के बाल पकड़कर यह दुआ पढ़ना चाहिए

दुआ – अल्ल्लाहुमा इन्नी असअलु-क मिन खेरिहा व् खेरि मा-ज-बल-त-हा अलेही व् अउजू बी-क मिन शर्रिहा व् शर्रिमा ज-बल-अलेही0 तर्जुमा: ए अल्लाह- मैं तुझसे इस की भलाई माँगता हु और उस चीज की भलाई, जिस पर तूने us को पैदा किया और उसकी बुराई से पनाह मांगता हु और उस चीज की बुराई से, जिस पर तूने उसको पैदा किया

शादी के बाद बीबी से हमबिस्तरी की दुआ हिंदी में

जब बीबी के साथ सोने यानी हमबिस्तरी का इरादा करे ऐसे में आपको बीबी से हमबिस्तरी की दुआ हिंदी में जो बताया जा रहा है इसे पढ़ सकते है

दुआ – बिस्मिल्लाह अल्लाहुमा- म-जन्नीब-नश-शैतान व् जन्नी विश शैतान मा र-ज-क-त नाo

तर्जुमा: मैं अल्लाह का नाम लेकर यह काम करता हु ऐ अल्लाह टू हमें शैतान से और जो औलाद जो टू हम को दे उस से भी शैतान को दूर रख बीबी के साथ हमबिस्तरी के वक्त अल्ल्लाह का नाम न लेने से शैतान का नुत्फा भी मर्द के नुत्फे के साथ चला जाता है

हमबिस्तरी के बाद की दुआ हिंदी (शादी की दुआ)

इस्लाम में बीबी की सोहबत या हमबिस्तरी के बाद की दुआ बताया गया है अगर बीबी से हमबिस्तरी करते है उसके बाद आपको हमबिस्तरी के बाद की दुआ पढनी चाहिए

अल्लाहुम-म-ला तज-अल लिश्शैतानी फिमा रजक्त-नी नसीबन o तर्जुमा: ऐ अल्लाह जो चीज मुझे अता फरमा, उसमे शैतान का कोई हिस्सा न हो

बच्चा पैदा होने के वक्त की दुआ

हजरत फातमा रजीयल्लाहु अन्हा फरमाती है जब मेरे बच्चा पैदा होने का वक्त आया तो हुजूरे अकरम सल्लाहु अलैहि व् सल्लम ने मेरी खिदमत के लिए हजरत उम्मे सलमा रजीo और हजरत जैनब रजीo को मेरे पास भेजा कि –

तुम दोनों हजरत फातिमा रजियल्लाहु अन्हा के पास जाकर आयतल कुर्सी और “इन-न रब्बकुमुल्ला-हुल्लजी” से “रब्बुल आलमीन” (सुरह आराफ, रुकुह ६ पारा ८) और सुरह फलक एंव सुरह नास पढो

बच्चा पैदा होने के बाद दाए कान में अजान और बाए कान में तकवीर कही जाए और खजूर या छुवारा, किसी नेक आदमी से चबवा कर बच्चे के मुह में दिया जाए साथ ही उस वक्त बरकत की दुआ करायी जाए जब बच्चा बोलने लगे ऐसे में उसको सबसे पहले कलिमा याद कराया जाये

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