QAYAMAT KAB AAYEGI कयामत कब आएगी कयामत की 10 निशानियां

QAYAMAT KAB AAYEGI कयामत कब आएगी कयामत की 10 निशानियां
QAYAMAT KAB AAYEGI कयामत कब आएगी कयामत की 10 निशानियां

QAYAMAT KAB AAYEGI कयामत कब आएगी कयामत की 10 निशानियां कयामत क्या होता है कयामत की 45 निशानियां कयामत की 72 निशानियां Qayamat ki 10 Badi Nishaniyan kayamat kab aaegi

क़यामत का हिंदी में अर्थ होता है प्रलय कयामत के बारे में बहुत सी बातें होती है इस दुनिया में जो कुछ आज मौजूद है एक दिन ख़त्म हो जाना है जिसने हमें पैदा किया उसी की तरफ एक दिन सब को लौट कर जाना है

हर इंसान की सांस और उम्र तह है जब आप हम या कोई भी अपनी जिंदगी का तह सीमा उम्र जी लेता है ऐसे में मौत आती है जिसने हमने पैदा किया उसी की तरफ लौट कर जाते है

KAYAMAT KAB AAEGI – जिस तरह से इंसान जानवर या दुनिया में जो कुछ भी है उसकी उम्र ख़त्म होने के बाद वह ख़त्म हो जाती है ठीक इसी तरह से इस दुनिया की भी उम्र तह है जब दुनिया की उम्र सीमा ख़त्म होगी ऐसे में क़यामत का आगाज होगा सीधे एंव सरल भाषा में कहे क़यामत क्या होता है तो पूरी दुनिया का अंत/ख़त्म हो जाना ही क़यामत कहलाता है

QAYAMAT KAB AAYEGI कयामत कब आएगी कयामत की 10 निशानियां
QAYAMAT KAB AAYEGI कयामत कब आएगी कयामत की 10 निशानियां

कयामत कब आएगी

ऐसे बहुत से लोग जो सवाल करते है – कयामत कब आएगी ? ऐसे में आपको बता दे आज नहीं तो कल क़यामत आने ही वाला है आइये जाने कुरआन और हदीस से क़यामत कब आने वाले है ?

हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर (र.अ.) से रिवायत है कि – प्यारे नबी (ﷺ) ने इरशाद फरमाया कि :- क़यामत आने से पहले दज्जाल का जाहिर होना 10 बड़ी निशानीयां में से एक है मतलब क़यामत आने पहले दज्जाल का दुनिया में जाहिर होना होगा उसके बाद हजरत ईसा (अलैहि सलाम) सात साल लोगों में रहेंगे। यह दौर ऐसा दौर होगा जिसमे दो इंसानों के बीच जरा भी दुश्मनी न होगी

इंसानों! तुमको मरना है और मरने के बाद जी उठना है और जी उठकर पैदा करने वाले मालिक के सामने जवाबदही करना है।

कयामत की 10 निशानियां QAYAMAT KI NISHANIYAN

कुरआन और हदीस से पता चलता है की – कयामत की 10 निशानियां QAYAMAT KI NISHANIYAN क़यामत आने से पहले दिखाई जायेगी जो निम्नवत है –

  • दज्जाल का जाहिर होना
  • सूरज का पूरब के बजाय पक्शिम से निकलना
  • याजूज माजूज का निकलना
  • हजरत ईसा (अलैहि सलाम) का आसमान से जमीन पर आना
  • झूट को सच करके दिखाना आम हो जाएगा (इसका मिसाइल आज की मिडिया)
  • बेटा बेटी अपने माँ बाप की नाफ़रमानी करने लगेगा
  • औरत की तादाद मर्दों से ज्यादा होगी
  • औरत ऐसा लिबास पहनना शुरू कर देगी जिसमे जिस्म साफ़ जाहिर होगा
  • हर तरफ नंगा नाच होगा (घर घर में मोबाईल, टीवी, बेहयाई,नंगा नाच इत्यादि आम होगा)
  • क़यामत की निशानी यह भी है कि लोगअसामन छूते हुए इमारत बनायेगे

QAYAMAT KAB AAYEGI

इस्लाम के अनुसार क़यामत आने से पहले कुछ निशानियां जाहिर हो जायेगा, एक दिन क़यामत का आना मुक़र्रर कर दिया गया है लेकिन क़यामत कब आएगा इसकी कोई तारीख अल्लाह पाक के सिवा किसी को नहीं पता है

अल्लाह पाक को ही इल्म है क़यामत कब आएगी? लेकिन जिस दिन भी क़यामत आयेगी वह दिन दुनिया का अंत/विनाश/खात्मा हो जाएगा सभी जीव इंसान दुनिया का जर्रा जर्रा खत्म हो जाएगा

ऐसे बहुत से लोग सोशल मिडिया पर न्यूज़ खबर फैलाते है क़यामत कब आएगी 2024 इत्यादि ऐसे में आपको बता दे दुनिया क़यामत के बहुत नजदीकी है लेकिन क़यामत कब आएगा इसका कोई मुक़र्रर तारीख तह नहीं है इसलिए क़यामत की भविष्यवाणी जैसे अफवाह पर ध्यान न दे

क़यामत जब भी आये हमें इसके बारे सोचने से बेहतर है कि हम अपने अमल ईमान रोजा नमाज इत्यादि के बारे में सोचे क्योकि दुनिया जब भी खत्म होगा उसके बाद सबको ज़िंदा किया जाएगा और आपके हर एक बुरे एंव अच्छे काम का हिसाब लिया जायेगा ऐसे में यही सब हमारे काम आने वाला है दुनिया में जो भी है

आपके पास वह किसी काम में नहीं आने वाला खाली हाथ आये थे खाली हाथ चले जाना है अगर कुछ साथ जाएगा तो आपका रोजा, नमाज, ईमान, बुराई, ठगी, अच्छाई, बुराई

कयामत की 45 निशानियां

जो लोग कयामत की 72 निशानियां की जानकारी चाहते है उनके लिए सबसे पहले कयामत की 45 निशानियां लिखा जा रहा है –

  • नमाज़े छोड़ने लगेंगे
  • अमानत जाए करने लगेंगे
  • सूद खाया जाएगा
  • झूट को हलाल समझने लगेंगे
  • मामूली मामूली बातो पर खून रेज़ी करने लगेंगे
  • ऊँची-ऊँची इमारते बनाएँगे
  • इलम बेच कर लोग दुनय जमा करेंगे
  • रिश्ते दरों से बद-सुलुकी होगी
  • इंसाफ नायब हो जाएगा
  • झूट सच बन जाएगा
  • रेशम का लिबास (मर्द) पहना जाएगा
  • ज़ुलम आम हो जाएगा
  • तलाक़ की कसरत होगी.
  • नागहानी मौत आम हो जाएगी
  • खयानत करने वाले को अमीन समजा जाएगा
  • अमानत डर को खाएं समजा जाएगा
  • झूठे को सच्चा समजा जाएगा
  • सच्चे को झूठा समजा जाएगा
  • तोहमतदारजी आम हो जाएगी
  • बारिश के बावजूद गर्मी होगी
  • लोग अवलाद से कराहट करने लगेंगे
  • कमीनो के ठाठ होंगे
  • शरीफो की नाक में डैम आ जाएगा
  • अमीर और वज़ीर झूट के आदि बन जाएगी
  • अमीन खयानत करने लगेंगे
  • सरदार ज़ुलम पेहसा होंगे
  • आलिम और करी बढ़कर होंगे
  • लोग मुर्दार की खालो का लिबास पहनने लगेंगे
  • दिल मुर्दार से ज़्यादा बदबूदार होंगे
  • दिल रेलवे से ज़्यादा कड़वे होंगे
  • गोल्ड आम हो जाए
  • चाँदी की मांग होगी
  • गुनाह ज़्यादा हेंगे।
  • अमन कम हो जाएगा
  • क़ुरान ऐ करीम के नुस्खों को आरास्ता किया जाएगा
  • मस्जिदों में नक़्श निगार किया जाएगा
  • ऊँचे-ऊँचे मीनार बनेगे.
  • लेकिन दिल वीरान होंगे
  • शराब आम हो जाएगी
  • शरीअत की सजाए को ख़तम किया जाएगा
  • बेटी माँ पर हुकूमत करेगी
  • गैर मुहज़्ज़ब लोग बादशाह बनेगे
  • तिजारत में औरत मर्द के साथ शिरकत करेगी
  • मर्द औरत की नक़ल करेंगे
  • औरते मर्दो की नक़ल करेंगे.

कयामत की 72 निशानियां

इसमें हमने कयामत की 45 निशानियां हमने पहले ही बता दिया है अब 27 निशानियां बताया जा रहा है इस तरह से कयामत की 72 निशानियां पुरे हुए

  • गैरुल्लाह की कस्मे खाई जाएगी.
  • मुस्लमान भी बगैर कहे झूटी गवाही देने को तैयार हो जाएंगे.
  • सिर्फ जान पहचान के लोगों को सलाम किया जाएगा
  • दीन का इलम दुनिया के लिए पढ़ा जाएगा
  • आख़िरत के नाम से दुनिया कमाई जाएगा
  • माल-ए-गनीमत को जाती माल समजा जाएगा
  • अमानत को लूंट का माल समजा जाएगा।
  • ज़कात को जुरमाना समजा जाएगा
  • सब से रज़ीलआदमी क़ौम का लीडर बन जाएगा
  • आदमी अपने बाप की न फ़रमानी करेगा
  • आदमी अपनी माँ से बाद सुलुकी करेगा.
  • दोस्त-दोस्त को नुकसान पहोछएगा
  • शोहर बीवी की इताअत करेगा.
  • बदकारो की आवाज़े मस्जिदों में बुलन्द होंगी
  • गाने वाली औरतो की इज़्ज़त की जाएगी
  • गाने बजाए के सामान को हिफाज़त से रखा जाएगा
  • आम रास्तो पर शराब पी जाएगी
  • ज़ुलम करने को फख्र समजा जाएगा
  • इंसाफ बिकने लगेगा
  • पुलिस वालो की कसरत होगी
  • क़ुरआने करीम को नगमा का जरिया बनाया जाएगा.
  • दरिंदो की खाल का इस्तिआमाल किया जाएगा
  • उम्मत अपने से पहले लोगों पर लानतें करेंगे
  • या तो तुम पर सुर्ख अँधियाँ आएंगी
  • ज़लज़ले आएंगे
  • लोगों की सूरतें बदल जाएंगी.
  • अल्लाह की तरफ से अज़ाब आजाये.

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