QABAR PAR MITTI DALNE KI DUA IN HINDI कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ qabar par mitti dalte waqt ki dua qabar par mitti ki dua
अल्लाह पाक ने सबसे बेहतरीन बनाया है इंसान लेकिन इंसान को एक दिन कब्र में लौट कर जाना है वह हर चीज जो जानदार है उसकी एक उम्र सीमा है उसके बाद उसका अंत होना है ऐसे ही इंसान का पैदा होना और मरना एक कड़वा सच है
इस्लाम धर्म में जब कोई इंसान इन्तेकाल कर जाता है ऐसे में उस इंसान को कब्रिस्तान की कब्र में ले जाकर दफ़न कर दिया जाता है जो लोग दफ़न करने जाते है उन्हें कब्र पर मिटटी डालते समय दुआ पढनी चाहिए आइये जाने कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ इन हिंदी
QABAR PAR MITTI DALNE KI DUA
कब्र पर जब कोई दफ़न किया जाए ऐसे में मिट्टी देने वाले इंसान को निम्नलिखित दुआं पढनी चाहिए QABAR PAR MITTI DALNE KI DUA निम्नवत है –
मिन्हा खलक ना कुम व फिहा नुईदुकुम व मिन्हा नुखरिजुकुम तारतन ऊखरा
- पहली बार कब्र पर मिट्टी डालते समय पढ़े मिन्हा खलक ना कुम
- दूसरी बार मिट्टी डालते समय पढ़े व फिहा नुईदुकुम
- तीसरी बार कब्र पर मिट्टी देने की दुआ पढ़े व मिन्हा नुखरिजुकुम तारतन ऊखरा
कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ
जब कोई शख्स इन्तेकाल कर जाता है ऐसे में उस शख्स की मिट्टी देना मुस्लिम भाइयों के लिए सुन्नत है कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ तर्जुमा के साथ हिंदी में पढ़े
- मिन्हा खलक ना कुम
- तर्जुमा इसी मिट्टी से हमने तुमको बनाया
- व फिहा नुईदुकुम
- तर्जुमा और इसी मिट्टी मे तुमको मिलाएगे
- व मिन्हा नुखरिजुकुम तारतन ऊखरा
- तर्जुमा आखिरत मे इसी मिट्टी से तुमको उठांएगे
नमाज ए जनाजा
जब कोई शख्स इन्तेकाल कर जाता है तो कब्र में इन्तेकाल कर गए शख्स को डालने से डालने से पहले नमाज ए जनाजा पढ़ा जाता है नमाज ए जनाजा पढने का तरीका पहले ही बताया गया है
अगर आप नमाज ए जनाजा का तरीका दुआ हिंदी में सीखना चाहते है तो क्लिक से पढ़े जब जनाजा ए नमाजा पढ़ ली जाती है उसके बाद कब्र में इन्तेकाल कर गए इंसान को डाला जाता है उसके बाद जो हजरात कब्र पर मिट्टी देने गए है वह कब्र पर मिट्टी डालने की दुआ पढ़ते है
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