SHAB E BARAT KI FATIHA KA TARIKA शब ए बरात की फातिहा का तरीका shab e barat ki fatiha kiske naam se hoti hai shab e barat ki fatiha in hindi
इस्लामिक भाइयों शबे बारात हर साल मनाया जाता है इस दिन इस्लाम के मानने वाले मरहूम की कब्र पर जाकर मगफिरत की दुआ करते है साथ ही पूरी रात अल्लाह की इबादत करते है शबे बारात के दिन हलवा पर फातिहा भी दिया जाता है लेकिन Shabe Barat Fatiha की फातिहा किसके नाम से होता है जाने
SHABE E BARAT KI FATIHA KISKE NAAM SE HOTI HAI
ऐसे बहुत से इस्लामिक भाई बहन जो सवाल करते है SHABE E BARAT KI FATIHA KISKE NAAM SE HOTI HAI तो आपको यह जानकारी लिखी ही पढ़े
SHABE E BARAT को बरी वाली रात यानी शब ए बारात पर हलवा पर फातिहा दिया जाता है फातिहा अपने घर के तमाम मरहूम के नाम से होता है हुजुर (सल्ल.) के नाम तमाम अम्बिया/सहाबा/वली/तमाम बुजुर्गाने दिन अपने घर के मरहूम और तमाम मोमिनिन के नाम पर फातिया करें
इस फातिहा का सवाब तमाम बताये हुए नामो के रिसाले सवाब करें उवैस करनी/अपने मरहूम के नाम से फातिहा किया जाता है जिसका रिसाले सवाब तमाम बताये गए नामों के लिए करते है
SHAB E BARAT KI FATIHA KA TARIKA
जो लोग SHAB E BARAT KI FATIHA KA TARIKA नहीं जानते है उनके लिए यहाँ पर लिखा अज रहा है तरीका –
शबे बरात की फातिहा के लिए पाक साफ़ जगह पर मुसल्ल्ला बिछा ले उसके बाद जिस तब्बरुक/खाने की चीजे पर फातिहा देनी है उसे सामने रखे अगरबत्ती/खुशबू जलाना हो तो जला ले
- शबे बरात की फातिहा यूँ दें –
- बिस्मिल्लाह पढ़े
- फिर 11 बार दरूद शरीफ पढ़े
- शबे बरात की फातिहा के लिए निम्न बताये गए सूरह पढ़े:-
- सूरह अल फातिहा एक बार
- अलिफ़लाम्मिम एक बार
- सूरह काफिरून एक बार
- सुरह अल इखलास तीन बार
- सूरह अल फलक एक बार
- सूरः नास एक बार
- सूरह यासीन एक बार
- दरूद शरीफ 11 बार
NOTE: उपरोक्त में बताये गए सूरह को पढ़ने के बाद शबे बरात/शब ए बारात की फातिहा मुकम्मल हो जाती है लेकिन ज्यादा सवाब चाहते है तो जितनी भी कुरान की सूरह याद सब पढ़ डाले इसके बाद अल्लाह रब्बुल इज्जत की बारगाह में इसाले सवाब के लिए दुआ करें
शबे बरात की फातिहा की दुआ इन हिंदी
जब शबे बरात की फातिहा मुकम्मल हो जाए उसके बाद शबे बरात की फातिहा की दुआ इन हिंदी में जो लिखा जा जा रहा है उसे पढ़े
या अल्लाह मैंने कुरान ए पाक की कुछ कलाम पढ़ा है या अल्लाह इसको पढ़ने में बेशक टूटी फूटी गलतियाँ हुई होंगी या अल्लाह अपने फज़लों करम से, नबी ए पाक (सल्ल.) के सदके में तमाम गलती मांफ कर दे या मेरे अल्लाह
जो इस मुकद्दस रात में फातिहा किया है उसे कबूल फरमा ले अल्लाह इसका सवाब हुजुर (सल्ल.) की बारगाह में पेश करते है अल्लाह पाक इसे कबूल फरमा या मेरे अल्लाह इस फातिहा को पेश करते है
जिसका सवाब अम्बिया ए कराम/सहाबा ए कराम/तमाम औलिया कराम को पहुंचा विल्खुसुस या अल्लाह इस फातिहा का सवाब हजरत हजूर (सल्ल) और उनके चचा हजरत हमजा रजीअल्लाहु ताला अन्हां को पहुंचा
या अल्लाह विल्खुसुसया अल्लाह इस फातिहा का सवाब मेरे खानदान से जितने भी लोग इस दुनिया से रुखसत फरमा चुके है उनको पहुंचा दें या मेरे अल्लाह आदम अलैहिस्सलाम से लेकर आज तक जितने भी मोमिन इस दुनिया से रुखसत फार्म चुके है उन सभी को इस फातिहा का सवाब पहुंचा दें या मेरे अल्लाह
आखिर में 3 बार दरूद ए पाक की तिलावत करें
NOTE: इसके बाद फातिहा के खाने वाली चीजे पर दम करें इस तरह से शब ए बारात की फातिहा मुकम्मल हु
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