SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE शबे बरात की रात

SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE शबे बरात की रात
SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE शबे बरात की रात

SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE शबे बरात की रात SHAB E BARAT ME KABRISTAN KI DUA SHAB E BARAT KI FATIHA KA TARIKA IN HINDI DUA IN HINDI

इस्लाम धर्म का एक ख़ास दिन शबे बरात/शब ए बारात है लेकिन इस पर्व के बारें में बहुत से सवाल अक्सर पूंछे जाते है जिनके जवाब लेख में देना का प्रयास किया जा रहा है

शबे बारात 07 मार्च 2025 को मनाया जाएगा हर वर्ष इस्लाम धर्म में शबे बारात का पर्व बड़े शान्ति से मनाया जाता है इस दिन बहुत से लोग अपने खानदान के लोगो जैसे बाप/दादा/रोश्तेदार/अन्य लोग के लिए बख्शीश की दुआ करते है

साथ ही खुद के गुनाहों की तौबा करते है यह रात बहुत ही बरकत वाली रात होती है इसलिए शबे बारात की रात नमाज/दुआ/दरगाह की जियारत करना/इत्यादि किया जाता है

SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE शबे बरात की रात
SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE शबे बरात की रात

शब-ए-बरात का रोजा कब है

हुत से लोग इस दिन रोजा रखते है रोजा रखने का दिन वही दिन होता है जिस दिन शबे बारात का त्यौहार मनाया जाता है इस हिसाब से शब-ए-बारात का रोजा 2025 में 07 मार्च को मनाया जायेगा इस्लाम में लगभग सभी त्यौहार चाँद पर निर्भर करता है

जब चाँद दिखाई देता है उसके बाद ही पर्व/त्यौहार मनाया जाता है उम्मीद है शब-ए-बरात का चाँद भी इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 13 शाबान को दिखेगा

इस्लाम धर्म में बहुत से अरबी में होते है ऐसे ही शब-ए-बारात भी एक अरबी शब्द है शब-ए-बरात का मतलब हिंदी में निम्न है:- शब का मतलब रात और बारात का मतलब बरी= जिसका मतलब/अर्थ हिंदी में बरी वाली रात होता है हर साल शाबान महीने में 14 तारीख को शब-ए-बरात /शबे बारात मनाया जाता है

अन्य देशो में शबे बारात को अन्य नाम से भी जाना जाता है जैसे:- यह अरब में लैलतुल बराह/लैलतुन निसफे मीन शाबान के नाम से जाना जाता है

SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE

READ SHAB E BARAT KI RAAT KYA PADHNA CHAHIYE IN HINDI – जिस दिन शबे बारात का पर्व होता है उस दिन एक मुसलमान को पूरी रात निम्न पढ़ना चाहिए

  • दरगाह पर जियारत भी शबे बरात की रात किया जाता है
  • कुरान पाक की तिलावत भी शबे बरात की रात में किया जाता है
  • नफल व तहजुद की नमाज शब-ए-बरात में पढ़ा जाता है
  • रोजा रखना
  • कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ना
  • मगफिरत की दुआ करना चाहिए
  • सलातुल हाजत की नमाज
  • फातिमा तस्बीह की तिलावत
  • कजा़ ए उमरी की नमाज़ पढ़ना चाहिए
  • कुरआन ए पाक की तिलावत करना चाहिए या पढ़ना चाहिए
  • अल्लाह पाक से रो रो कर अपने गुनाह की मांफी मांगनी चाहिए

READ MORE