QABAR PAR FATIHA KA TARIKA कब्र पर फातिहा पढ़ने का तरीका कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने की दुआ Hindi Hindi फातिहा पढ़ने का तरीका हिंदी में PDF
इस दुनिया में जो भी इंसान पैदा हुआ है उसे एक न एक दिन रुखसत हो जाना है जो इस दुनिया से जा चुके है वह अपनी मगफिरत चाहता है ऐसे में आपको अपने खानदान से लेकर जो दुनिया से जा चुके है उनके लिए कब्रिस्तान पर जाकर मगफिरत की दुआ करना चाहिए
शब-ए बारात की रात में कब्र पर क्या पढ़े
इस रात यानी शब-ए बारात की रात रहमत, बरकत, मगफिरत और फजीलत वाली रात है शब-ए बारात की रात की दुआ, इबादत अल्लाह पाक कबूल करता है क्योकि अल्लाह पाक रहीम करीम है इसलिए इस रात को कब्रिस्तान पर जाकर अपने खानदान वाले की बख्शीश की दुआ करनी चाहिए एंव फातिहा पढनी चाहिए
आइये जाने शब-ए बारात की रात में कब्रिस्तान पर फातिहा पढने का तरीका क्योकि अपने खानदान की बख्शीश आप नहीं करोगे तो कौन करेगा?
कब्र पर फातिहा पढ़ने का तरीका
अगर आप मुसलमान है तो आपको हर दिन कब्र पर जाना चाहिए कब्र पर फातिहा पढ़ना चाहिए लेकिन कब्र पर फातिहा पढ़ने का तरीका नहीं मालुम तो यहाँ लिखा हुआ पढ़े
कब्रिस्तान पर जाकर आप कुरआन पाक की कुछ आयत, सूरह पढ़े इस तरह से आपके खानदान की बख्शीश के लिए दुआ मांग सकते है कब्रिस्तान पर आयत एंव दुआ जो पढना है वह निम्नलिखित है
जब कब्रिस्तान पर फातिहा पढने के लिए जाना हो तो पहले पाक साफ़ होकर वुजू करें उसके बाद कब्रिस्तान पर जाएं अब कब्रिस्तान पर पहुचने के बाद सबसे पहले सलाम करें
- अस्सलामु वालेकुम व रहमतुल्ला व बर्कातुहू बरकतुह“
- सलाम करने के बाद आप अपने खानदान के जो मरहूमीन है
- उनकी कब्र पर जाएं कब्र पर पश्चिम रुख करके खड़े हो जाए
- खड़े होने के बाद जो बताया गया उसे पढ़े –
- दरूद शरीफ ग्यारह मर्तबा
- अलीफ लाम मीम जो याद हो पढ़े
- सुरह काफिरून एक मर्तबा
- सूरह इखलास तीन मर्तबा
- सुरह फलक एक मर्तबा
- सूरह नास एक मर्तबा
- सुरह यासीन याद हो तो पढ़े
- और सुरह फातिहा एक मर्तबा पढ़े
इसके बाद की आयतुल कुर्सी, सुरह बकरा की आखिरी दो आयतें पढ़ ले अगर याद हो तो पढ़े इसे पढना अफजल माना जाता है आखिर में 11 मर्तबा दुरूद ए पाक पढ़े उसके बाद अल्लाह पाक की रहमत के लिए अल्लाह की बारगाह में “दुआ ए मगफिरत” के लिए दुआ करें कब्रिस्तान पर फातिहा पढ़ने का तरीका मुकम्मल हुआ इसके बाद दुआ मांगे
QABAR PAR FATIHA KA TARIKA
यहाँ पर सीखे QABAR PAR FATIHA KA TARIKA हिंदी में लिखा हाउ – मगफिरत की दुआ इन हिंदी – मगफिरत की दुआ करने से पहले कब्रिस्तान पर फातिहा पढ़े जो बताया गया है इसके बाद अल्लाह पाक की रहमत के लिए अल्लाह की बारगाह में मगफिरत की दुआ करे अल्लाह पाक से रो रो कर दुआ मांगे दुआ मांगने के तरीका नीचे पढ़े:-
ए अल्लाह तू रहीम है, तू करीम है तू पाक बेनियाज है तू गहफुरु रहीम है तेरे सिवा ‘या मेरे अल्लाह कोई इबादत के लायक नहीं ‘या अल्लाह तू सारें जहाँ का मालिक है – इसके बाद तीन मर्तबा “दरूदे इब्राहिम” पढ़े फिर अब उसके बाद नीचे जैसे बताया गया है ठीक वैसे मगफिरत की दुआ मांगे
या अल्लाह मैंने तेरे “कलाम ए पाक” की तिलावत की ए अल्लाह मैंने इसे पढने में बेशक और बेशुमार टूटी फूटी गलतियां की होंगी ए अल्लाह तू अपने फज़ल ओ करम से इन तमाम टूटी फूटी गलतियों को माफ फरमा दे या अल्लाह
मैंने जो तेरे बारगाह में कलाम ए पाक की तिलावत की उसे कबूल फरमा इसका सवाब देश दुनिया के तमाम मुसलमीन और मुसलमान को जो इस दुनिया को छोड़ चुके या इस दुनिया से रुखसत कर चुके है उन्हें पहुंचा
ए मेरा अल्लाह दुनिया के तमाम मुसलमानो और मेरे खर खानदान के लोगो को दादा दादी ,,,,,,नाम जोड़े की मगफिरत अता फरमा इसके बाद तीन बार दुरूद ए पाक पढ़ ले इस तरह मगफिरत की दुआ मुकम्मल हुई”
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