NAMAZ PADHNE KA TARIKA नमाज पढ़ने का तरीका

NAMAZ PADHNE KA TARIKA नमाज पढ़ने का तरीका
NAMAZ PADHNE KA TARIKA नमाज पढ़ने का तरीका

NAMAZ PADHNE KA TARIKA नमाज पढ़ने का तरीका नमाज हिंदी में लिखी हुई NAMAZ KI NIYAT IN HINDI NAMAZ KI SURAH HINDI ME PDF नमाज पढने की शर्तें हिंदी में

नमाज़ पढ़ना बहुत ही आसान है इसके लिए नमाज की नियत/नमाज की सुरह/नमाज की दुआ/पाक साफ़ बदन/पाक साफ़ कपड़े/इत्यादी की जरुरत होती है नमाज पढ़ने के लिए वजू/गुस्ल/नियत नमाज भी जरुरी है ऐसे में हम नमाज का तरीका हिंदी में PDF डाउनलोड लिंक शेयर कर रहे है

नमाज पढने की शर्तें हिंदी में

नमाज पढने का तरीका जानने से पहले आपको नमाज पढने की शर्तें हिंदी में क्या है पहले उसके बारे में जो जानकारी दे रहे है उसे पढ़े फिर में नमाज पढ़ने का तरीका जानेगे

  • नमाज़ पढ़ने से पहले बदन का पाक होना
  • नमाज के लिए कपड़ो का साफ़ होना
  • पांच वक्त की नमाज में से किसी एक नमाज का वक्त होना
  • किबला की तरफ मुंह का होना ( क़िबला का अर्थ मतलब ख़ाना-ए-काअबा)
  • नमाज की नियत एंव इरादा करना
  • पाक साफ़ जगह स्थान का होना
  • गुस्ल करना, नमाज से पहले अगर आप पाक साफ़ नहीं है ऐसे में नहाये और गुस्ल करे
  • नमाज पढने से वजू करना

NAMAZ PADHNE KA TARIKA नमाज पढ़ने का तरीका
NAMAZ PADHNE KA TARIKA नमाज पढ़ने का तरीका

NAMAZ PADHNE KA TARIKA

जो लोग NAMAZ PADHNE KA TARIKA या फिर नमाज हिंदी में लिखी हुई पढ़ना चाहते है उनके लिए यहाँ जानकारी दी गई है –

सबसे पहले नमाज पढ़ने के लिए मुसल्ले बिछा ले काबा की तरफ मुंह करके नमाज पढ़ने की नियत करे

नमाज की नियत:

“नियत की मैने दो रकात नमाज सुन्नत वकत फजर का, वास्ते अल्लाह ताला के लिए मुह मेरा काबा शरीफ कि तरफ- अल्लाहु अकबर” नमाज की नियत करने के बाद आपको “सना” “सुबहाना कल्ला हुम्मा” पढ़े

सना: सुबहाना कल्ला हुम्मा वाबैहमदेका वा ताबारा कसमोका वा तआला जददो का वा लाईलाह गैरूका

अब “आऊजु बिल्लाहि मिनश शेतानिर्रजीम” “बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम” पढ़े फिर अलहमदु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन” पढ़े अलहमदु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन, अर्रहमानिर्रहीम मालिकी यवमिद्दीन इय्याका नअबुदू वइय्याका नसताइन,इहदि नस्सिरातल मुस्तकीम, सिरातल लजीना अन अमता अलेयहिम गयरिल मगदुबि अलयहिम वलदद्वाल्लीन ।(आमीन)

अब बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम कहकर “कुल या अय्यूहल काफिरुन की सूरह” पढ़े

कुल याअय्युहल काफिरुना लाआबुदूमातअबुदून वला अन्तुम आबिदुना माआबुद, वला आना आबिदुम मा आबत्तुम वला अन्तुम आबिदुना मा आबुद लकूम दीनुकूम वलियदिन

अब “अल्लाहु अक्बर” कहकर रुकूह में जाए और रुकूह में 3 मर्तबा “सुब्हाना रब्बीयल अजिम” कहे और “समिअल्लाहु लिमन हमिदह” या “रब्बाना लक्लहम्द” कहकर खड़े हो जाए

अब अल्लाहु अक्बर…..कहकर सज्दे में जाए और सज्दे में “सुब्हाना रब्बीयल आला” तीन मर्तबा कहे और बैठ जाये दुबारा अल्लाहु अक्बर कहकर सजदे में जाये और सजदे में “सुब्हाना रब्बीयल आला” दुबारा कहे एक रकआत नमाज पूरी हो चुकी है

नमाज जो है 2, 3, 4 रकआत की होती है हम दो रकआत की नमाज पढ़ना आपको सीखा रहे है ऐसे आपको बता दे 4 रकआत नमाज भी आप इसी तरह से पढेंगे क्योकि यही तरीका सभी रकात के लिए है

नमाज पढ़ने का तरीका

अगर आपने नमाज पढ़ने का तरीका हिंदी में उपरोक्त जानकारी पढ़ ली है ऐसे में अब आगे का भाग यहाँ पढ़े क्योंकि दो रकात नमाज इसके बाद ही मुकम्मल होगा –

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम कहकर “अलहमदु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन” दुबारा पढ़े और हमने पहले ही बताया उपरोक्त में देखे फिर बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम कहकर “कुलहुवल्लाहु अहद” को पढ़े और यह भी उपरोक्त में बताया गया है

अब अल्लाहु-अकबर कह कर रुकूह में जाए और रुकूह में सुब्हाना रब्बीयल अजिम 3 मरतबा पढ़े आगे समिअल्लाहु लिमन हमिदह या रब्बाना लक्ल हमद कहकर खड़े हो जाए

अब अल्लाहु अक्बर…कहकर सज्दे में जाए सज्दे में सुब्हाना रब्बीयल आला” कहे और फिर “अल्लाह हु अकबर” कहकर बैठ जाए और दुबारा सज्दे में जाये सुब्हाना रब्बीयल आला कहे और अल्लाह हु अकबर बोल कहे एंव बैठ जाए

अब अत्तहीयातु लिल्लाहि” पढ़े जोकि निम्नवत है –

अत्तहीयातु लिल्लाहि अत्तहीयातु लिल्लाहि वस्सलावातु वत्तय्यिबातु अस्सलामु अलैका अय्युहन नबीयु वा रहमतुल्लाहि वा बरकातुहू अस्सलामु अलैना वा अला ऐबादिल्लाहिस्सालिहीन अश्हदु अल्लाइलाहा इल्लल्लाहु वा अश्हदु अन्ना मुहम्मदन अब्दुहू वा रसूलुहू

अब दुरुद इब्राहिम अल्लाहुम्मा सल्लिअला मुहम्मदिव वा आला आलि पढ़े –

अल्लाहुम्मा सल्लिअला मुहम्मदिव वा आला आलि मुहम्मदिन कमासल्लैता आला इब्राहीमा वा आला आलि इब्राहीमा इन्नाका हमीदुम मजीद अल्लाहुम्मा बारिक आला मुहम्मदिव वा आला आलि मुहम्मदिन कमाबारकता आला इब्राहीमा वा आला आलि इब्राहीमा इन्नाका हमीदुम मजीद

अब दुआ ए मसुरा हिंदी में पढ़े दुआ ए मसुरा: –

अल्लाहुम्मा रब्बाना आतैयना फिददुनिया हसनतव वा फिल आखेरते बसनतव वाकीना अजाबन्नार, अब सलाम फेरे पहले दाए फिर बाए और कहे दो बार- अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्ला अब दो रकआत नमाज मुकम्मल हो चुका है अब जो भी दुआ याद हो पढ़े जैसे:-

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