MARNE KE BAAD KI ZINDAGI IN ISLAM मरने के बाद की ज़िन्दगी इन इस्लाम मरने के बाद जिंदगी (जिन्दा) होने से क्या मतलब है? पहले इसका जवाब जान लेते है ” कयामत में हजरत अलैहिस्सलाम जब दो मर्तबा सुर फूकेंगे तो तमाम चीजे फ़ना (खत्म) हो जायेगी और जब तीसरी बार सूर फूकेंगे तो सब लोग हिसाब किताब के लिए जिन्दा किये जायेंगे और अल्लाह पाक द्वारा उनका हिसाब किताब लिया जाएगा
अल्लाह पाक के सामने सबकी पेशी होगी और हर शख्स को अच्छे बुरे कामो का बदला दिया जाएगा उसी दिन को यौमुल हस्र यौमुल जज यौमुद्दीन और यौमूल हिसाब कहते है इस्लाम के मानने वाले का अकीदा है मरने के बाद की ज़िन्दगी है लेकिन यह जिंदगी क़यामत के दिन की होगी और हिसाब कितान के लिए मरने के बाद जिंदगी मिलेगी
MARNE KE BAAD KI ZINDAGI IN ISLAM
READ HERE MARNE KE BAAD KI ZINDAGI IN ISLAM ? मरने के बाद जो जिंदगी मिलेगी उसमे हिसाब किताब होगा ऐसे में नेक अमल करने वाले जन्नत का फायदा में एंव बुरे काम करने वाले के लिए जहन्नुम की की आग का मजा चखना है आइये जाने मरने के बाद क्या क्या होगा
मरने के बाद की ज़िन्दगी इन इस्लाम
यहाँ पढ़े मरने के बाद की ज़िन्दगी इन इस्लाम – मरने के बाद हिसाब किस तरह होगा?
दुनिया में हर शख्स की नेकी एंव बदी को अल्लाह पाक के फ़रिश्ते लिखते है मैदाने हस्र में वही दफ्तर पेश कर दिया जाएगा और आपके नेकी, आपके हर वह काम जो आप लोगो से छुपा ले गए लेकिन वह अल्लाह पाक के सामने रख दिया जायेगा जैसा आपको मालुम है अल्लाह पाक गैब की बाते जानने वाला और सबके दिलो का हाल, ऐसे में अल्लाह पाक से कुछ भी छुपा न होगा
जो फ़रिश्ते नेकी लिखते है उनका क्या नाम है?
जो फ़रिश्ते नेकी लिखते है उनका नाम किरामन एंव कातिबीन है हर इंसान के साथ दो फ़रिश्ते रहते है जिनका काम नेकी एंव बदी लिखना है
क्या अमल नेकी एंव बदी तौला जाएगा? जी हाँ, आपकी नेकी एंव बदी दोनों को तौला जाएगा
नेकी एंव बदी किस तरह तौला जाएगा? जिस तरह दुनिया में वजनी चीजे तौली जाती है ऐसे ही मैदाने हश्र में मिजान{तराजू)पर नामए आमाल तौला जाएगा
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