KALMA IN HINDI : 1 से 5 तक कलमा हिंदी में

KALMA IN HINDI 1 से 5 तक कलमा हिंदी में
KALMA IN HINDI 1 से 5 तक कलमा हिंदी में

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मेरे इस्लामिक भाइयो बहनों 5 कलमे तो आपको याद होना ही चाहिए साथ ही कलमा का अर्थ मतलब पता भी होना चाहिए। ऐसे में हम 1 से 5 तक कलमा हिंदी में लिखा हुआ लेकर हाजिर है।

चलिए जानते है पहला कलमा हिंदी में, दूसरा कलमा हिंदी में, तीसरा कलमा हिंदी में, चौथा कलमा हिंदी में, पांचवा कलमा हिंदी में और छठवा कलमा हिंदी में।

कलमा इस्लाम की वह दरवाजा है। जिसे पढ़कर कोई गैरमुस्लिम भी मुसलमान हो सकते लेकिन शर्त यह है कि आप दिल से इस्लाम को अपनाए हो। जोर जबरजस्ती से इस्लाम में किसी को दाखिल करना गैरसरियत है। इस्लाम एक नेक और सच्चा धर्म है। इस्लामी कलमा, इस्लाम धर्म में दाखिल होने की कुंजी है।

हिंदी में कलमा कैसे पढ़ा जाता है
  • कलमा जिस तरह से इस्लाम धर्म की पुस्तक में दिया हुआ।
  • वैसे ही पढ़ना चाहिए
  • इस्लाम के अनुसार कलमा पढ़ना ही काफी नहीं उसे समझना भी जरूरी है।
  • अगर कोई गैरमुस्लिम भाई इस्लाम धर्म में दाखिल होना चाहता है
  • ऐसे में उसको कलमा पढ़ लेना चाहिए लेकिन शर्त यह ही कि
  • ईमान और दिल से आप इस्लाम में दाखिल हो और फिर आप कलमा पढ़े।

KALMA IN HINDI 1 से 5 तक कलमा हिंदी में
KALMA IN HINDI 1 से 5 तक कलमा हिंदी में

1 से 5 तक कलमा हिंदी में

अगर आपका धर्म इस्लाम है ऐसे में कुल पांच कलमा आपको याद कर लेना चाहिए यहाँ पर KALMA IN HINDI – 1 से 5 तक कलमा हिंदी में शेयर किया जा रहा है –

पहला कलमा तय्यब हिंदी में Pehla Kalma in Hindi – “ला इलाहा इलल्लाहु मुहम्मदुर्रसूलुल्लाहि”

दूसरा कलमा शहादत हिंदी में Dusra Kalma in Hindi

अश-हदु अल्लाह इल्लाह इल्लल्लाहु वह दहु ला शरी-क लहू व अशदुहु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसूलुहु”

तीसरा कलमा तमजीद हिंदी में Teesra Kalma in Hindi

“सुब्हानल्लाही वल् हम्दु लिल्लाहि वला इला-ह इलल्लाहु वल्लाहु अकबर, वला हौल वला कूव्-व-त इल्ला बिल्लाहिल अलिय्यील अजीम”

तीसरा कलमा का तर्जुमा हिंदी में KALMA IN HINDI

अल्लाह की ज़ात हर ऐब से पाक है और तमाम तारीफे अल्लाह ही के लिए है। अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं और अल्लाह सबसे बड़ा है और किसी में ना तो ताकत है न बल, ताकत और बल तो अल्लाह ही में है, जो बहुत मेहरबान निहायत रेहम वाला है|“

चौथा कलमा तौहीद हिंदी में Chotha Kalma in Hindi

ला इलाह इल्लल्लाहु वह्-दहु ला शरीक लहू लहुल मुल्क व लहुल हम्दु युहयी व युमीतु व हु-व हय्युल-ला यमूतु अ-ब-दन अ-ब-दा जुल-जलालि वल इक् रामि वियदि-हिल खैर व हु-व अला कुल्लि शैइन क़दीर”

चौथा कलमा का तर्जुमा हिंदी में

अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं इबादत के लायक, वह एक है, उसका कोई साझीदार नहीं, सबकुछ उसी का है।और सारी तारीफ़ें उसी अल्लाह के लिए है। वही जिलाता है और वही मारता है. और वोह जिन्दा है, उसे हरगिज़ कभी मौत नहीं आएगी। वोह बड़े जलाल और बुजुर्गी वाला है। अल्लाह के हाथ में हर तरह कि भलाई है और वोह हर चीज़ पर क़ादिर है।

KALMA IN HINDI

पांचवाँ कलमा इस्तिग़फ़ार हिंदी में

अस्तग़-फिरुल्ला-ह रब्बी मिन कुल्लि जाम्बिन अज-नब-तुहु अ-म-द-न अव् ख-त-अन सिर्रन औ अलानियतंव् व अतूवु इलैहि मिनज-जम्बिल-लजी ला अ-अलमु इन्-न-क अन्-त अल्लामुल गुयूबी व् सत्तारुल उवूबि व् गफ्फा-रुज्जुनुबि वाला हो-ल वला कुव्-व-त इल्ला बिल्लाहिल अलिय्यील अजीम”

पांचवा कलमा का तर्जुमा हिंदी में

मै अपने परवरदिगार (अल्लाह) से अपने तमाम गुनाहो कि माफ़ी मांगता हुँ जो मैंने जान-बूझकर किये या भूल कर किये, छिप कर किये या खुल्लम खुल्ला किये और तौबा करता हु मैं उस गुनाह से

जो मैं जनता हु और उस गुनाह से जो मैं नहीं जानता. या अल्लाह बेशक़ तू गैब कि बाते जानने वाला और ऐबों को छिपाने वाला है और गुनाहो को बख्शने वाला है और (हम मे) गुनाहो से बचने और नेकी करने कि ताक़त नहीं अल्लाह के बगैर जो के बोहोत बुलंद वाला है।

छठवां कलमा रद्दे कुफ्र हिंदी में

अल्लाहुम्मा इन्नी ऊज़ुबिका मिन अन उशरिका बिका शय अव व अना आलमु बिही व अस्ताग्फिरुका लिमा ला आलमु बिही तुब्तु अन्हु व तबर्रअतू मिनल कुफरी वश शिरकी वल किज्बी वल गीबती वल बिदअति वन नमीमति वल फवाहिशी वल बुहतानी वल मआसी कुल्लिहा व अस्लमतु व अकूलू ला इलाहा इल्ललाहू मुहम्मदुर रसूलुल लाह |“

छठवां कलमा का तर्जुमा हिंदी में

“ऐ अल्लाह में तेरी पन्हा मांगता हूँ इस बात से के में किसी शेय को तेरा शरीक बनाऊ जान बूझ कर और बख्शीश मांगता हूँ तुझ से इस (शिर्क) की जिसको में नहीं जानता और मेने इससे तौबा की

और बेज़ार हुआ कुफ्र से और शिर्क से और झूट से और ग़ीबत से और बिदअत से और चुगली से और बेहयाओं से और बोहतान से और तमाम गुनाहो से और में इस्लाम लाया और में कहता हूँ के अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं और हज़रत मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम अल्लाह के रसूल है।

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