JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA जुमा की नमाज़ का तरीका

JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA जुमा की नमाज़ का तरीका
JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA जुमा की नमाज़ का तरीका

JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA जुमा की नमाज़ का तरीका जुमे की नमाज हिंदी में jumma ki namaz ki rakat jumma ki namaz me kitni rakat hoti hai

शुक्रवार को इस्लाम में जुमा, जुम्मा, जुमे के नाम से भी जाना जाता है शुक्रवार के दिन जुमे की नमाज़ पढ़ी जाती है ऐसे में जुमा के दिन जुमे की नमाज़ कैसे पढ़े और जुमा की नमाज़ की नियत क्या है ?

इस्लाम में जुमा के दिन नमाज़ पढ़ने की बहुत फजीलत बताया गया है जुमे के दिन को सप्ताह की ईद भी कहा जाता है साथ ही इस इस दिन को सभी दिन का सरदार है ऐसा माना जाता है

JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA जुमा की नमाज़ का तरीका
JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA जुमा की नमाज़ का तरीका

JUMMA KI HADEES IN HINDI

हजरत मुहम्मद (ﷺ) ने ईरशाद फरमाया “जुमा के दिन जो भी शख्स आप पर दुरूद शरीफ पढ़ेगा या भेजगा उस शख्स की गवाही एंव शफाअत खुद हजरत मुहम्मद (ﷺ) करेंगे” दिन में नमाज़ पांच वक्त पढ़ी जाती है लेकिन जुमा की नमाज अन्य नमाज़ से अलग होता है ऐसे में जाने जुमा की नमाज़ पढ़ने का तरीका हिंदी में

ऐसे तो नमाज पांच समय अदा की जाती है जिन्हें अकेले भी पढ़ा जा सकता है लेकिन जुम्मा की नमाज जमाअत के साथ पढ़ा जाता है जुम्मा या जुमा के दिन इमाम साहब पहले खुत्बा पढ़ते है लेकिन अन्य नमाज में खुतबा नहीं किया जाता है जबकि औरतों की जुम्मा/जुमा/जुमे की नमाज घर पर पढ़ी जाती है औरतों की नमाज जुमा के दिन केवल जुहूर नमाज की होती है

जुमे की नमाज का टाइम

पांच वक्त की नमाज का टाइम अलग अलग होता है ठीक ऐसे ही जुमा/जुम्मा/जुमे की नमाज का टाइम भी थोड़ा अलग होता है जुहूर नमाज के समय जुम्मा या जुमा की नमाज पढ़ी जाती है जो लगभग एक से डेढ़ बजे दुपहर में अदा करते है

जुमे की नमाज की कितनी रकात होती है

जुमा की कुल 14 रकात नमाज पढ़ी जाती है जुमा की नमाज के दिन दो रकात नमाज फर्ज और पढ़ी जाती है बाकी अन्य सभी रकात जुहूर नमाज की जो है वही पढ़ी जाती है जुहूर नमाज में 12 रकात होती है ऐसे में जुम्मा के दिन औरत 12 रकात नमाज अदा करें

  • चार रकात सुन्नत
  • दो रकात फर्ज
  • चार रकात सुन्नत
  • दो रकात सुन्नत
  • दो रकात नफ्ल

जुमा की नमाज़ का तरीका | JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA

यहाँ पर जुमा की नमाज़ का तरीका JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA हिंदी में लिखा हुआ है –

जुम्मा/जुमा/जुम्मे की नमाज़ घर पर नहीं पढ़ी जाती है इस नमाज़ को मस्जिद में ही पढ़ना होता है ऐसे में बहुत से लोग सोचते होंगे जुमा/जुम्मा की नमाज घर पर पढ़ ले

तो उनसे कहना चाहेंगे जुमा के दिन अगर घर पर या अकेले में नमाज पढ़ रहें रहे है तो केवल जुहूर की नमाज पढ़ें और जुहूर की नमाज की नियत करें जुमा की नमाज की नियत केवल मस्जिद में जमात के साथ नमाज अदा करते समय करें

जुमा की नमाज़ की नियत हिंदी में

नियत की मैंने 4 रकअत सुन्नत नमाज़ ए जुमा की वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाह हु अक्बर

JUMMA KI NAMAZ KA TARIKA

जुम्मा के दिन चार रकात सुन्नत नमाज सबसे पहले पढ़ें उसके बाद इमाम साहब के साथ दो रकात फर्ज नमाज पढ़ें फिर चार रकात सुन्नत नमाज पढ़े फिर से दो रकात सुन्नत नमाज़ पढ़े अब दो रकात नफ्ल की नमाज़ पढ़ें इस तरह से जुमा के दिन नमाज़ में कुल 14 रकात नमाज़ पढ़ें उसके बाद बारगाहे रिसालत में अपने दोनों हांथो को उठा कर अल्लाह रब्बुल इज्जत से दुआ करें नमाज़ में क्या क्या पढ़ा जाता है क्लिक से पढ़े

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