IFTAR KI DUA HINDI इफ्तार की दुआ इन हिंदी

IFTAR KI DUA HINDI इफ्तार की दुआ इन हिंदी
IFTAR KI DUA HINDI इफ्तार की दुआ इन हिंदी

IFTAR KI DUA HINDI इफ्तार की दुआ इन हिंदी रोजा खोलने की दुआ हिंदी में फोटो iftar karne ki dua hindi me iftar ki dua tarjuma ke sath roza iftar ki dua

रमजान का मुबारक महिना एक पवित्र महीना है इस महीने का इन्तेजार हर मुसलामन बेसब्री से करता है क्योकि रमजान पाक बरकतों का महीना है रमजान के महीने में हर एक नेकी का बदला 70 गुना होता है

इस्लाम धर्म के मानने वाले मुसलमान 30 दिन का रमजान का रोजा रखने के साथ साथ तरावीह की नमाज पढ़ते है अन्य महीनों में 5 वक्त की नमाज पढ़ी जाती है लेकिन रमजान के महीने में तरावीह की नमाज बढ़ जाती है

सूरज निकलने से पहले रोजा (सेहरी) रखने की नियत करते है सेहरी का मतलब हल्का भोजन करते है रमाजन रोजा की सेहरी खाने के बाद पुरे दिन न ही कुछ खाते है न ही जल ग्रहण करते है

दिन भर रोजा रखने के बाद शाम को इफ्तार का समय होता है ऐसे में इफ्तार की दुआ (रोजा खोलने की दुआ) पढ़कर इफ्तार करते है ईशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज पढ़ते है

IFTAR KI DUA HINDI इफ्तार की दुआ इन हिंदी
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IFTAR KI DUA HINDI

यहाँ पर IFTAR KI DUA HINDI इफ्तार की दुआ इन हिंदी में लिखा अज रहा है लेकिन ध्यान रखे रोजा खोलने की यह दुआ है रोजा रखने की दुआ को सहरी की दुआ कहा जाता है

इफ्तार की दुआ लिखा हुआ यूँ है कि-

अल्लाहुमा लका सुमतु व बि क आमन्तू व अलै क तवककल्तु व अला रिजि का अफ्तरतो

उर्दू में इफ्तार की दुआ – اَللّٰهُمَّ اِنِّی لَکَ صُمْتُ وَبِکَ اٰمَنْتُ وَعَلَيْکَ تَوَکَّلْتُ وَعَلٰی رِزْقِکَ اَفْطَرْتُ

सेहरी और इफ्तार की दुआ हिंदी में

हमें इफ्तार की दुआ पहले ही बता दिया है अब सेहरी की दुआ हिंदी में लिखा हुआ पढ़े

इस्लाम में हर काम का मकसद बताया गया है रोजा इफ्तार की दुआ और सेहरी की दुआ का एक मकसद होता है जैसे सेहरी करके आप अल्लाह के नाम से रोजा रखने की नियत करते है

ठीक ऐसे ही इफ्तार करके अल्लाह पाक की दी हु नेमतों से इफ्तार यानी खाते है रोजा रखने का मकसद भूख प्यास महसूस करना है गुनाहों से बचना है दुनिया में जिस वजह से इन्सान को पैदा किया गया है उस मकसद को पूरा करना है

ROZA RAKHNE (SEHRI) KI DUA

व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरी रमजान

रोजा रखने के फायदे

रोजा रखने के बहुत फायदे है पहला फायदा अल्लाह पाक आपसे खुश होग आप पर अल्लाह की रहमत होगी रमजान रोजा रखने के बाद हर एक नेकी का बदला 70 गुना मिलता है गुनाह की माफ़ी जल्दी होती है

अल्लाह पाक आपके गुनाह को माफ़ कर देता है रमजान बरकत का महीना है इसलिए नेकी करें 70 गुना इनाम पायें रोजा रखने से शारीरिक फायदे भी है जैसे: दिन भर रोजा रहने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है

दिल से जुडी बीमारी के लिए बहुत फायदेमंद है गरीब जिनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है उनके भूख प्यास का एहसास होता है इस तरह से आप को दुसरे की तकलीफ भी महसूस हो जाती है

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