बुखारी शरीफ की हदीस हिंदी में BUKHARI SHARIF HADEES IN HINDI सही बुखारी भाग 1 सफा 55 हदीस 121 Sahih bukhari hadees in hindi
इस्लाम की बुनियाद कुरान है यह सबको मालुम है लेकिन हदीस की बातें अक्सर आपको पढ़ने के लिए मिलती होगी ऐसे बहुत से सोशल एक्टिविस्ट है जो सोशल मीडिया पर कुरान और हदीस की बातें शेयर करते है
जिन्हें पता होता है हदीस क्या है? उनके लिए कोई बात नहीं होती लेकिन जो हदीस का नाम पहली बार सुन रहे हो वह जानकारी चाहते है इस्लाम की सबसे बड़ी हदीस की किताब बुखारी शरीफ की हदीस है ऐसे ही कुछ और भी हदीस की किताबें है जो इस्लाम में बहुत बढ़िया मुकाम रखती है आइये जाने बुखारी शरीफ की हदीस हिंदी में
मुहतरम मौलाना अब्दुर्रशीद नो’ मानी देवबन्दी को कौन अहले इल्म है जो नहीं जानता? हदीष नबवी ﷺ की तारीफ़ (परिभाषा) और अहमियत पर आपके क़लम से एक तवील तब्सरा आपकी मा’ लूमात से भरी किताब इल्मे हृदीष और इब्ने माजा से नक़ल किया जा रहा है ताकि नाज़िरीने किराम अंदाज़ा लगा सकें कि इल्मे हदीष क्या है और इसकी अहमियत के ए’ तिराफ़ से किसी को इन्कार नहीं ज़िक्र किये गये उन्वान के तहत मौलाना मौसूफ फ़र्माते हैं:
BUKHARI SHARIF HADEES IN HINDI
यहाँ पर बुखारी शरीफ की हदीस हिंदी में BUKHARI SHARIF HADEES IN HINDI – कुरान ए करीम दीने इलाही की आख़री और मुकम्मल किताब है जो हज़रत ख़ातिमुन्नबिय्यीन ﷺ पर नाज़िल की गईं और आपको इसका मुबल्लिग़ (प्रचारक) और मुअल्लिम (तालीम देने वाला/अध्यापक) बनाकर दुनिया में भेजा गया।
चुनाँचे आपने इस किताबे मुक़द्दस को अव्वल से आख़िर तक लोगों को सुनाया, लिखवाया और याद कराया और बखूबी समझाया। और ख़ुद इसके सारे अह्कामात व ता’लीमात पर अमलपैरा होकर उम्मत को दिखाया। हज़रत (ﷺ) की हयाते तय्यिबा हक़ीक़त में कुअन मजीद की क़ौली, फ़ेअली और अमली तफ़्सीर है आपके इन्हीं अक़्वाल, आमाल और अहवाल का नाम ही हदीस है।
बुखारी शरीफ की हदीस हिंदी में
रसूलुल्लाह ﷺ का इरशाद है जो शख्स कोई ऐबदार चीज़ उस का ऐब बताए बगैर बेचेगा वह बराबर अल्लाह की नाराज़गी में रहेगा और मलाइका उस पर बराबर लानत भेजते रहते हैं। ~ इब्ने माजाः 2247, वासिला
रसूलुल्लाहﷺ का इरशाद है तुम में सब से अच्छे लोग वह हैं जो कर्ज़ की अदाइगी के मुआमले में अच्छे हों। मुस्लिमः 4195, अबू हुरैरा
रसूलुल्लाह ﷺ का इरशाद है जब किसी #गुनेहगार क तारीफ की जाती है तो अल्लाह तआला गुस्सा होता है और अर्श कांप उठता है। – शोबुल ईमानः 4886, अनस
रसूलुल्लाहﷺ ने इरशाद फ़रमाया सब से ज़्यादा बरकत वाला निकाह वह है जिस में खर्चा कम से कम हो। – मुस्नदे अहमदः 24529 आइशा
रसूलुल्लाह_ﷺ ने इरशाद फ़रमाया अगर किसी से मिलने जाओ तो अन्दर दाखिल होने से पेहले 3 मरतबा इजाज़त मांगो अगर इजाज़त मिल जाए तो ठीक है, वर्ना वापस लौट जाओ। – मुस्लिमः 5753, अबू मूसा
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