BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA बकरीद की नमाज का तरीका

BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA बकरीद की नमाज का तरीका
BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA बकरीद की नमाज का तरीका

BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA बकरीद की नमाज का तरीका बकरीद की नमाज कैसे पढ़े bakrid ki namaz ka tarika for ladies IN HINDI bakrid ki namaz kaise padhte hain

इस्लाम में बकरीद को ईद उल अज़हा के नाम से भी जाना जाता है ईद और बकरा ईद/बकरीद (ईद उल अज़हा) की नमाज का तरीका बहुत ही आसान है जिस तरह से ईद उल की नमाज पढ़ी जाती है थी वैसे ही बकरीद यानि ईद उल अज़हा नमाज भी अदा की जाती है बस फर्क इस नमाज में नियत की है जो इस लेख में बताया जा रहा है

बकरीद की नमाज़ की नियत

नियत कि मैंने 2 रकात ईद उल अज़हा कि वाजिब 6 जायज़ तकबीरों के वास्ते अल्लाह तलाह के पीछे इस इमाम के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर

In ENglish: Niyat Ki Maine 2 Rakat Iid Ul Azahaa Ki Vaajib 6 Jaayaz Takabiiron Ke Vaaste Allaah Talaah Ke Piichhe Is Imaam Ke Rukh Meraa Kaabaa Shariiph Ke Taraph Allaahu Akabara

BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA बकरीद की नमाज का तरीका
BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA बकरीद की नमाज का तरीका

बकरीद की नमाज का तरीका BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA

यह पर पढ़े बकरीद की नमाज का तरीका BAKRID KI NAMAZ KA TARIKA हिंदी में लिखा हुआ

ईद उल अज़हा यानी बकरीद नमाज की नियत करें अल्लाहु अकबर कहते समय कानों तक हाथ उठाइये फिर नाफ़ के नीचे बांध लीजिये और सना पढ़िये । फिर कानों तक हाथ उठाइये और अल्लाहु अक्बर कहते हुए लटका दीजिये।

एक बार फिर से हाथ कानों तक उठाइये और अल्लाहु अकबर कह कर लटका दीजिये। फिर कानों तक हाथ उठाइये और अल्लाहु अक्बर कह कर बांध लीजिये या’नी पहली तक्बीर के बाद हाथ बांधिये इस के बाद दूसरी और तीसरी तक्बीर में लटकाइये और चौथी में हाथ बांध लीजिये ।

इस को यूं याद रखिये कि- जहां क़ियाम में तक्बीर के बाद कुछ पढ़ना है – वहां हाथ बांधने हैं और जहां नहीं पढ़ना वहां हाथ लटकाने हैं ।

फिर इमाम तअव्वुज़ और तस्मिया आहिस्ता पढ़ कर

अल हम्द शरीफ़ और सूरह जहर (या’नी बुलन्द आवाज़) के साथ पढ़े, फिर रुकूअ करे। दूसरी रक्त में पहले अल हम्द शरीफ़ और सूरह जहर के साथ पढ़े फिर तीन बार कान तक हाथ उठा कर अल्लाहु अक्बर कहिये

और हाथ न बांधिये और चौथी बार बिगैर हाथ उठाए अल्लाहु अक्बर कहते हुए रुकूअ में जाइये और काइदे के मुताबिक़ ईद उल अज़हा यानी बकरीद नमाज मुकम्मल कर लीजिये। हर दो तक्बीरों के दरमियान तीन बार “” कहने की मिक्दार चुप खड़ा रहना है।

यह पढ़े